भोजपुरी संगीत के परंपरा में जहाँ अब तक लोकगीत, विवाह गीत आ मौसमी गीतन के प्रमुखता रहल बा, ओहिजा अब एगो नया विधा के दस्तक सुनाई दे रहल बा — भोजपुरी ग़ज़ल। एही परंपरा के सशक्त विस्तार बन के सामने अइल बा ग़ज़ल ‘तनी-तनी सा बात के’, जे लोकगायिका शारदा सिन्हा जी के समर्पित कइल गइल बा।
ई ग़ज़ल के लेखन कइले बाड़ें सुप्रसिद्ध गीतकार, कवि आ प्रस्तोता मनोज भावुक, जे भोजपुरी साहित्य में ग़ज़ल लेखन के पुरोधा मानल जालें। ग़ज़ल के स्वर देले बाड़ी अंतरराष्ट्रीय पहचान वाली गायिका कल्पना पटवारी, जे आपन ठेठ आवाज आ भावनात्मक अभिव्यक्ति खातिर जानल जालीं।
ई ग़ज़ल 30 अगस्त 2025 के गीतकार शैलेन्द्र जी के जन्मदिवस के अवसर पर म्यूजिक बॉक्स के डिजिटल प्लेटफॉर्म पर रिलीज भइल।
ग़ज़ल के संगीत संयोजन अखिलेश कुमार द्वारा कइल गइल बा, प्रोग्रामिंग सैफ अली कइले बाड़न आ वायलिन पर मधुरता जोड़ले बाड़न अलीम खान। ग़ज़ल में न सिर्फ सुर के सौंदर्य बा, बल्कि शब्दन के गहराई, भावना आ दर्दो समाहित बा, जवन भोजपुरिया संगीत के एक नया ऊँचाई पर पहुँचावेला। एह ग़ज़ल में ऊ मर्म बा, जवन सीधे दिल से जुड़ जाला, खासकर ओह श्रोता लोगन खातिर जे भोजपुरिया भाषा में साहित्यिकता खोजेला।
मनोज भावुक सोशल मीडिया पर साझा कइले कि ई ग़ज़ल उनकर ग़ज़ल यात्रा के अगिला पड़ाव ह, जे 2004 में “तस्वीर जिनगी के” ग़ज़ल संग्रह से शुरू भइल रहे, जेकरा खातिर भारतीय भाषा परिषद से सम्मान मिलल रहे। उनकर कहनाम बा कि शारदा दीदी से प्रेरणा मिलल, जब उ ई ग़ज़ल पढ़लीं आ सराहलीं, त मनोज भावुक ई ग़ज़ल के उनुका नाम समर्पित कर देहले। कल्पना पटवारी के भावपूर्ण गायकी से ई रचना आउरी प्रभावशाली बन गइल बा।
एह ग़ज़ल पर मीडिया में भी बड़हन चर्चा भइल बा। NDTV, Zee News, आ Hindi Saamana जइसन प्रतिष्ठित प्लेटफॉर्मन पर एकर खबर छप चुकल बा। सुने वालन के प्रतिक्रिया भी भरपूर मिल रहल बा। मनोज भावुक कहले कि व्यूज (views) से ज्यादा जरूरी बा “व्यू” (नज़रिया), आउरी ई ग़ज़ल भोजपुरिया आत्मा, लोकभाषा के सौंदर्य आ साहित्यिक गरिमा के एक साथ सामने लावे वाला प्रयास ह।
यशवंत राणा लिखतारे कि मनोज भावुक भोजपुरी के अइसन कवि आ ग़ज़लकार बाड़न जे लोक भाषा के खातिर पूरा मनोयोग से सेवा कइले बाड़ें. समय, समाज, संबंध आ सरोकार के दाना-दाना खोल के रख देलन जइसे फरहर भात. जवन सहजता आ आसानी से मनोज गहिर बात कह जालें, उ चेहरा प हैरत भरी मुस्कान छोड़ देला.
भोजपुरी में सड़ांध फइलावेवालन के मनोज आईना देखवले बाड़न. उनकर ग़ज़ल “तनी तनी सा बात” के कल्पना पटवारी आवाज़ देले बाड़ी. कल्पना के ईश्वर अद्भुत आवाज़ देले बाड़ें आ ऊ खुद के अश्लील आ घटिया गीतन से दूर राखले बाड़ी. असम के होखला के बावजूद कल्पना भोजपुरी के सभसे लोकप्रिय आ सम्मानित गायिका बाड़ी. उनकर ई समर्पण भोजपुरी समाज हमेशा याद रखी. अब रउरा मनोज के ग़ज़ल के कल्पना के आवाज़ में सुनीं आ आनंद उठाईं.