समुदर पार करेला मन बनवले बानी-किरन शर्मा

ई रचना किरन शर्मा जी कलकत्ता से भेजले बाड़ी।

आशा के सागर से सीप उठवले बानी
समुदर पार करेला मन बनवले बानी

हर्ष उल्लास अति उंमग संजोले बानी
चाँद पे जाए अभिलाषा बनवले बानी

रस्म रीवाज से हर बंधन निभवले बानी
आशा के सागर से सीप उठलले बानी

नाव टुटल बिच भवर मझदार मे बानी
हर तुफान से जीते मन बनवले बानी

आशा के सागर से सीप उठवले बानी
समुदर पार करेला मन बनवले बानी

इहो पढ़ीं

ताज़ा अपडेट्स