कपार के बार-राघवेंद्र प्रकाश ‘रघु’

लडकईये से चोन्हा के माहिर हईए ह चोन्हा खातिर खिंचाऊ हरदम"कपार के बार" दिन बीतत गईल अन्टी चालू रहलअन्टी से आंटी खिसियाके खिंचस"कपार के बार" पहुँचल...