back to top

जुग बदलल जमाना बदलल – शम्श जमील

पढ़ल जाव

‘द गेस्ट रूम’ मे मिलिए भोजपुरी कवि नूरैन अंसारी से

'द गेस्ट रूम' कार्यक्र्म का पहला एपिसोड 21 फरवरी...

जनता का फैसला स्वीकार, बीजेपी को बधाई – अरविंद केजरीवाल

आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली...

26 जनवरी के सम्पन्न भइल भोजपुरी माटी कवि सम्मेलन

26 जनवरी गणतन्त्र दिवस के शुभ अवसर पर 'पुरवइया...

रसे-रसे महुवा फुलाइल हो रामा-अशोक द्विवेदी

रसे-रसे महुवा फुलाइल हो रामा उनुका से कहि दऽ। रस देखि...

जुग बदलल जमाना बदलल
मेहर के साथें मरदाना बदलल
फरक का पड़ल दारूबंदी से जी
पिये के सिर्फ महेखाना बदलल।

हित नात आ संघाती बदलल
लोभ से धरम जाति बदलल
नया-नचर तकनीक जे आइल
अंतरदेशी के पाती बदलल।

बाप भाई भउजाई बदलल
आपन खुद के लुगाई बदलल
कइसे होखब निरोग ए भाई
डॉक्टर के लिखल दवाई बदलल।

गाँव बदलल गिराँव बदलल
शहर गइला पर नाव बदलल
नस्ल के बीचे अन्तर जब भइल
सोचे बुझे के भाव बदलल।

कपड़ा लाता अउरी भेष बदलल
रोजी-रोटी के चल ते देश बदलल
झूठ किना गइल पइसा से देखीं
कचऽहरी मे दाखिल केस बदलल।

मुखिया वार्ड सरपंच बदलल
मौका पर पंचीत के पंच बदलल
भाषा पर अश्लीलता हाबी भइल
भोजपुरी के रंगमंच बदलल।

जियरा अपनो जार के देखीं – शम्स जमील

जियरा अपनो जार के देखीं खाली जेब भी झार...

रसे-रसे महुवा फुलाइल हो रामा-अशोक द्विवेदी

रसे-रसे महुवा फुलाइल हो रामा उनुका से कहि दऽ। रस देखि...

गते-गते दिनवाँ ओराइल हो रामा-अशोक द्विवेदी

गते-गते दिनवाँ ओराइल हो रामा रस ना बुझाइल। अँतरा क कोइलर...

सुझाया गया

दिल लगावे ना आवेला उनका – मनोज भावुक

दिल चुरावे ना आवेला उनका गुल खिलावे ना आवेला उनका बात...

ढेर सांच के माटी में सनल ठीक नइखे-रिशु कुमार गुप्ता

ढेर सांच के माटी में सनल ठीक नइखे,ई झूठ...

मनई बाऽ मनई के दुश्मन – राम अचल पटेल

मनई बाऽ मनई के दुश्मन यानी.. मनई के तरे...

साँच कहीं तऽ आँच लगेला – राम अचल पटेल

साँच कहीं तऽ आँच लगेला एंह दुनिया के झूठ...

विदेश मे आके,काटता खूब चानी जी-तबारक अंसारी

दउरत भागत बूढ़ हो गईनी,दूर ना भईल परसानी जी,लोग...