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ढेर सांच के माटी में सनल ठीक नइखे-रिशु कुमार गुप्ता

ढेर सांच के माटी में सनल ठीक नइखे,ई झूठ...

जाल में अईसन अझुरऽइनी ए जिनगी – दीपक सिंह ‘निकुम्भ’

दुख देखी-देखी अगुतऽइनी ए जिनगी, जाल में अईसन अझुरऽइनी ए...

नेह के गगरी ढाँरी जी – नूरैन अंसारी

द्वेष - घृणा हारी जी प्रेम बाजी मारी...

संसार के बाजार में – रिशु कुमार गुप्ता

संसार के बाजार में ए मनई का का बेचाता? सांच बेचाता...

दिल लगावे ना आवेला उनका – मनोज भावुक

दिल चुरावे ना आवेला उनका गुल खिलावे ना आवेला उनका बात...

नेह के गगरी ढाँरी जी – नूरैन अंसारी

द्वेष - घृणा हारी जी प्रेम बाजी मारी...

संसार के बाजार में – रिशु कुमार गुप्ता

संसार के बाजार में ए मनई का का बेचाता? सांच बेचाता...

दिल लगावे ना आवेला उनका – मनोज भावुक

दिल चुरावे ना आवेला उनका गुल खिलावे ना आवेला उनका बात...

मनई बाऽ मनई के दुश्मन – राम अचल पटेल

मनई बाऽ मनई के दुश्मन यानी.. मनई के तरे...

जिद जितल, पिरितिया हरावल गइल – नुरैन अंसारी

रस्म नेहिया के कहवा निभावल गइल। साथ छोड़े के किरिया...

चांद के ही जमीन पर बुलावे के बा – मुकेश भावुक

उनुकर इरादा हमके सतावे के बा। हमहि से प्रेम हमहि...

भोरहीं उ मुस्कुरा देले बाड़ी – मुकेश भावुक

का कहीं, का बता देले बाड़ी, उ फिर से गुनगुना...

जिनगी जंग ह, रोज जंग जारी रहे – मुकेश भावुक

चलत जब ले जिनगी के गाड़ी रहे। पैसा कौड़ी न...

तू लाख सितम मुझ पे कर ले – मुकेश भावुक

मैं हर इक ख़्वाब सजाता जरूर हूँ। तू देख मैं...