बात कुछ अइसन रहे, कबो बता ना पवनी,
चोट दिल पर लागल, ओही से देखा ना पवनी।
माई, तोहरा याद में हर रोज आँख नम रहेला,
मगर ई बात खुद तोहरा से कह ना पवनी।
तु पास रह केहू हमसे फ़ासला बना लिहलू,
हम दूर रह के तोहसे फ़ासला बना ना पवनी।
एगो तमन्ना रहे – सर पर तोहार हाथ रहित,
तोहरा काँधा पर आपन सर रख रो ना पवनी।
तन्हाई से हर पल खातिर यारी हो गइल बा,
भीड़ में माई हो, तोहर बात भुला ना पवनी।
तु सोचलs कि हम भुला गईनी ओ कहानी के,
तोहर याद अइसन बा कि भुला ना पवनी।