नारी बिना ना दीप जले, ना सजेला संसार,
नारी शक्ति के मान करीं, तब होई उजियार।
माई, बहिन, बेटी बिना, अधूरा हर प्राण बा,
नारी से बढ़ेला जग, पावे सभे सम्मान बा।
करेली मेहनत दिन-रात ऊ, ना होला थकान,
आपन घर के जे घर बनावल, ऊ नारी महान।
नारी के मान बढ़ाई, जीवन के बारी आधार।
नारी बिना ना दीप जले, ना सजेला संसार।